इस महाविद्यालय की स्थापना जुलाई 1960 को प्रख्यात शिक्षाविद् श्री मेघनाथ सिंह शिशौदिया द्वारा ग्राम धौलाना में हुई थी। सन् 1971 में इसे पिलखुवा से 2 किलोमीटर दूर हापड़-गाजियाबाद राष्टीय राजमार्ग पर स्थानान्तरित कर दिया गया। इस महाविद्यालय के पास साढ़े बारह एकड़ भूमि पर अपना भवन एवं ट्यूबवैल है, जिससे इस ऊसर क्षेत्र को हरा-भरा बनाने के सतत् प्रयास निरन्तर चलते रहे है।
इस महाविद्यालय की स्थापना ग्रामीण छात्र/छात्राओं को उच्च शिक्षा-अध्ययन की सुविधा जुटाने के लिये की गयी थी। किन्तु अब इसकी ओर शहरों के छात्र/छात्राएं भी आकर्षित होने लगे हैं। इस महाविद्यालय में पिलखुवा एवं आसपास की छात्राएं भी अध्ययन हेतु आती हैं तथा गाजियाबाद तथा हापुड़ के छात्र/छात्राओं की भी बहुत अधिक संख्या रहती है। इस वर्ष छात्रों की समस्या को देखते हुए बी.कॉम. में एक अतिरिक्त सैक्शन स्ववित्त पोषित योजना के अन्तर्गत संचालित है।